“जिंदगी आदमी को दौड़ने के लि� कई रास्ते देती है, जरूरी नही� है कि सब एक ही रास्ते दौड़ें� जरूर� है कि को� एक रास्ता चु� लो और उस ट्रै� पर दौड़ पड़ो� रुको नही�...दौड़ते रहो। क्या पत� तु� कि� दौड़ के डार्� हॉर्� साबि� हो जाओ।”
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Nilotpal Mrinal,
Dark Horse � डार्� हॉर्� (21वी� सदी की हिंदी की सर्वाधिक चर्चित किता�)