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Tripurari Quotes

Quotes tagged as "tripurari" Showing 1-30 of 68
Tripurari Kumar Sharma
“ख़ामोशी, वैसे तो बहुत ठंडा लफ़्ज़ है मग� इसकी तासी� बहुत गर्म होती है�”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“मोहब्ब� का ख़ुदा अग� को� है, तो सिर्� मै� ही हूँ।”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“कु� रिश्ते कभी नही� मरते, क्यूँक� उनकी को� उम्र ही नही� होती�”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“लिखन�, मेरी सबसे बड़ी मजबूरी है�”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“जब उदास लम्हों की रंगी� तितलियाँ मेरी आँखो� मे� रक़्स करती है�, तो सीने की वीरानी मे� अफ़्सानों का एक जंगल उगने लगता है� दरख़्तो� की टहनियो� पर गाते हु� परिंदो� की बोली मे� मेरे माज़ी के हसी� होंटों की हँसी सा� सा� सुनी जा सकती है�”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“शे� पढ़त� हु� ये तु� ने कभी सोचा है
शे� कहते हु� मै� कितनी दफ़ा मरता हू�”
TRIPURARI

Tripurari Kumar Sharma
“तु� जिसे चाँद कहते हो वो अस्ल मे�
आसमा� के बद� पर को� घा� है”
TRIPURARI

Tripurari Kumar Sharma
“उम्र भर लड़त� रह� हू� उस से
वो जो इक शख़्� कभी था ही नही�”
TRIPURARI

Tripurari Kumar Sharma
“ये बारि� कब रुकेगी कौ� जाने
कही� मै� मर � जाऊँ तिश्नगी से”
TRIPURARI

Tripurari Kumar Sharma
“Beauty is nothing but the way you carry your attitude.”
TRIPURARI

Tripurari Kumar Sharma
“I like to read people rather than books.”
Tripurari

“जब उदास लम्हों की रंगी� तितलियाँ मेरी आँखो� मे� रक़्स करती है�, तो सीने की वीरानी मे� अफ़्सानों का एक जंगल उगने लगता है�”
त्रिपुरारि

Tripurari Kumar Sharma
“ग़म और ख़ुशी के दर्मियान झूलती हु� उदासी को� ऐसी शय नही� जिसस� छुटकार� पाया जा सकता है� ये एक ऐसी ख़ुशब� है जिसे भीतर ही भीतर जज़्ब करना होता है�”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“अकेलाप� दुनिया के कई सच मे� से एक ऐस� सच है जिसे हर को� ज़िंदगी भर झुठलान� की कोशि� करता है�”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“मै� जब भी तुम्हारे पा� होती हू�, तो लगता है कि मै� जिस्� से आज़ाद हो चुकी हूँ।”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“अफ़्सान� हो जाना ही अफ़्सान� लिखन� का सबसे बेहत� ढं� है�”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“मुझे लगता है कि हर अफ़्सान� अपने आप मे� एक तवी� नज़्म है और हर नज़्म, एक मुख़्तस� अफ़्सान� है�”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“जब दु� भीतर हो, तो बाहर की हर ची� दुखी ही नज़� आती है�”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“हम सबके भीतर हज़ारों ऐसी बाते� दफ़्न होती है�, जिन्हे� हम किसी से कहना चाहत� है� मग� सुनन� वाला सही इंसा� कभी नही� मि� पाता�”
Tripurari, North Campus

Tripurari Kumar Sharma
“मा� मिरी बे-वज� ही रोती है
फ़ोन पर जब भी बा� होती है
फ़ो� रखने पे मै� भी रोता हू�”
Tripurari, Saans Ke Sikke

Tripurari Kumar Sharma
“सख़्त ऊप� से मग� दि� से बहुत नाज़ु� है�
चो� लगती है मुझे और वो तड़� उठते है�
हर पिता मे� ही को� मा� भी छुपी होती है”
Tripurari, Saans Ke Sikke

Tripurari Kumar Sharma
“चाहे कितन� भी हो घनघो� अंधेरा छाया
आस रखना कि किसी रो� उजाल� होगा
रा� की को� ही से सुब्� जन� लेती है”
Tripurari, Saans Ke Sikke

Tripurari Kumar Sharma
“ये � सोचो कि ज़र� दू� दिखा� देगा
एक ही दी� से आग़ाज़-�-सफ़� कर लेना
रोशनी होगी जहाँ पर भी क़द� रक्खोग�”
Tripurari, Saans Ke Sikke

Tripurari Kumar Sharma
“आँसू ख़ुशिया� एक ही शय है ना� अल� है� इनके
पे� मे� जैसे बी� छुपा है बी� मे� पे� है जैसे
एक मे� जिसन� दूजा देखा वो ही सच्च� ज्ञानी”
Tripurari, Saans Ke Sikke

Tripurari Kumar Sharma
“ज़ेहन की शा� को इक या� की उंगली ने छु�
और फि� सीने मे� हर सिम्� कई फू� गिरे
तेरी ख़ुशब� मे� सराबोर हु� बैठा हू�”
Tripurari, Saans Ke Sikke

Tripurari Kumar Sharma
“जि� दिनो� तु� कर रह� थे जं� की तैयारिया�
उन दिनो� हम सींचते थे फू� वाली क्यारिया�
अपनी अपनी आदतो� से हम बहुत मजबू� थे”
Tripurari, Saans Ke Sikke

Tripurari Kumar Sharma
“तु� उछाल� ये साँस के सिक्के
और मै� गुल्लक गल� का सम्भालूँ
ज़िंदगी यू� बस� करेंगे हम”
Tripurari, Saans Ke Sikke

Tripurari Kumar Sharma
“जुल्� के वक़्त भी गर लब � खुलेंग� तो सुनो
अपनी चुप्पी के तल� दब के ही मर जाओग�
खु� के बोलो कि ज़मान� को लग� ज़िंद� हो”
Tripurari, Saans Ke Sikke

Tripurari Kumar Sharma
“ये सच है उनके दम से ज़िंदगी त्योहा� लगती है
को� माने � माने रो� होली-ती� है� वो लो�
उन्ही� के दम से तो सारी ज़मीने� भी सुहागन है�
पकी फसले� छुपा� ख़ु� मे� ज़िंद� बी� है� वो लो�”
Tripurari

Tripurari Kumar Sharma
“Marriage is situational; love is accidental.”
Tripurari

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